कौन है हिमांशी नरवाल? अब मुस्लिम-कश्‍मीरियों पर क्या बोलीं जिससे भड़के लोग

  • May 3, 2025
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Pahalgam terror attack

लेफ्टिनेंट जनरल विनय नरवाल पहलगाम हमले के दौरान आतंकियों की गोली का शिकार हुए. शादी के महज छठे दिन ही उनकी वाइफ हिमांशी नरवाल विधवा हो गई. आतंकियों ने धर्म पूछकर उन्‍हें मौत के घाट उतारा. ऐसे में देश में हिन्‍दू-मुस्लिम बहस काफी ज्‍यादा तेज हो गई. इसी बीच हिमांशी नरवाल का एक बयान काफी ज्‍यादा चर्चा का विषय रहा. उन्‍होंने पति की मौत के बाद मुसलमानों और कश्‍मीरियों को टारगेट नहीं करने की अपील की. कुछ लोगों ने उनके इस कदम की तारीफ की तो बहुत सारे लोग ऐसे भी थे, जिन्‍होंने विनय नरवाल की विधवा को जमकर ट्रोल किया. चलिए हम आपको बताते हैं कि हिमांशी नरवाल आखिर हैं कौन? वो कहां की रहने वाली हैं और क्‍या पढ़ाई की है?

कौन हैं हिमांशी नरवाल?
24 वर्षीय हिमांशी नरवाल एक पीएचडी स्कॉलर और शिक्षिका हैं. हिमांशी मूल रूप से हरियाणा के गुरुग्राम की रहने वाली हैं. हिमांशी के पिता सुनील कुमार गुरुग्राम में एक्‍साइज एंड टेक्‍सेशन ऑफिसर हैं. उनकी मां पूनम हाउस वाइफ हैं. वो ऑनलाइन कोचिंग क्‍लासिस भी चलाती हैं. हिमांशी नरवाल सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं. अपनी इंस्टाग्राम प्रोफाइल “Bullet lover” और “My first love is my mom” पर वो लगातार पोस्‍ट डालती हैं.

कश्‍मीरियों पर बयान के बाद हुई ट्रोल
एक मई को पति विनय नरवाल के जन्मदिन पर हिमांशी और उनके परिवार ने करनाल में एक ब्‍लड डोनेशन कैंप आयोजन किया, जिसमें उन्होंने पति की याद में लोगों से रक्तदान की अपील की. इस कार्यक्रम के दौरान हिमांशी ने अपने हाथों में पति के नाम की मेहंदी लगाई और मंच पर भावुक होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. हिमांशी ने संकेत दिया है कि वह अपने पति की याद में सामाजिक कार्यों और शांति संदेशों के माध्यम से उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने की योजना बना रही हैं. इसी बीच हिमांशी ने लोगों से अपील की थी कि पहलगाम हमले के बाद कश्‍मीरी लोगों और मुसलमानों को निशाना ना बनाएं. बस इसी बयान के बाद सोशल मीडिया पर ऐसे कमेंट की बाढ़ आ गई, जिसमें उन्‍हें निशाना बनाया गया. उनके पति की हत्‍या पहले धर्म पूछने के बाद ही की गई थी. विनय नरवाल के पिता ने सरकार से मांग की है कि उनके बेटे को शहीद का दर्जा दिया जाए और उनके नाम पर एक मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाए.