वट सावित्री व्रत 26 या 27 मई कब? बरगद के नीचे पत्नियां कर लें ये उपाय, प्यार कभी नहीं होगा कम!

  • May 14, 2025
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Vat Savitri Vrat

Vat Savitri Vrat: ज्येष्ठ महीने की आज से शुरुआत हो चुकी है. इसी महीने में वट सावित्री व्रत भी पड़ता है. जेठ अमावस्या तिथि पर महिलाएं ये व्रत करती हैं. मान्यताह है कि इस दिन वट वृक्ष की पूजा करने से पति को लंबी आयु का आशीर्वाद मिलता है. वहीं, संतान सुख की प्राप्ति होती है. महिलाएं इस व्रत को विधि-विधान से करती हैं. मान्यता है कि इस व्रत से ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवों का आशीर्वाद मिलता है. वहीं, उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज ने बताया कि इस वट वृक्ष के नीचे महिलाओं द्वारा कुछ उपाय करने से पति की तरक्की के द्वार खुलते हैं. घर-परिवार की इनकम बढ़ती है.

कब रखा जाएगा वट सावित्री व्रत?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल 26 मई को अमावस्या तिथि का आरंभ दोपहर 12:12 बजे होगा और 27 मई को सुबह 8:32 बजे समाप्त होगी. शास्त्रीय विधान के अनुसार, अमावस्या तिथि दोपहर के समय होने पर वट सावित्री व्रत किया जाता है, इसलिए यह व्रत 26 मई को किया जाएगा.
जरूर करें ये उपाय

अगर बहुत प्रयास के बाद भी वैवाहिक जीवन खुशहाल नहीं है तो इस दिन वट वृक्ष के नीचे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें. उनकी प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाएं और पति के साथ वट वृक्ष की 11 बार परिक्रमा करें. मान्यता है कि इस उपाय से वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है.
अगर आर्थिक स्थिति नहीं सुधर रही है और कर्ज बढ़ता जा रहा है, तो वट सावित्री व्रत पर माता लक्ष्मी की पूजा करें. इस पूजा में माता लक्ष्मी को पीले रंग की 11 कौड़ियां चढ़ाएं. अगर पीली कौड़ियां नहीं हैं तो सफेद कौड़ियों पर हल्दी लगाकर चढ़ा सकते हैं. इससे कर्ज संबंधित बाधा दूर होगी. व्रती महिलाएं और उनके पति यह पूजा कर सकते हैं.
वैवाहिक जीवन में मधुरता बनाए रखने के लिए वट सावित्री के दिन सुहागिन महिलाओं को श्रृंगार का सामान उपहार स्वरूप दें. इससे वैवाहिक जीवन में मधुरता आती है और पति-पत्नी के रिश्ते में प्रेम बढ़ता है. कम से कम 11 महिलाओं को इस दिन सुहाग का सामान उपहार स्वरूप देना चाहिए.