
India Pakistan Trade Ban: भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ा और कड़ा कदम उठाते हुए, उसके साथ सभी प्रकार के व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है.
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा 2 मई को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि पाकिस्तान से उत्पन्न या वहां से निर्यात की गई किसी भी वस्तु का भारत में आयात या पारगमन अब पूरी तरह से रोक दिया गया है. यह प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है और अगले आदेश तक जारी रहेगा.
विदेश व्यापार नीति में हुआ बदलाव
सरकार ने यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा और जनहित को ध्यान में रखते हुए लिया है. अधिसूचना के अनुसार, यदि कोई अपवाद लागू होता है, तो इसके लिए केंद्र सरकार से पूर्व स्वीकृति लेना अनिवार्य होगा.
इस प्रतिबंध को लागू करने के लिए विदेश व्यापार नीति 2023 में भी संशोधन किया गया है. अब इस नीति में एक विशेष प्रावधान जोड़ा गया है, जिसके तहत पाकिस्तान में उत्पन्न या वहां से आने वाले सामानों के आयात पर कानूनी रूप से रोक लगाई जा सकेगी.
पहले ही प्रभावित था व्यापार
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 के बीच भारत से पाकिस्तान को निर्यात में 57% की गिरावट देखी गई और यह घटकर 491 मिलियन डॉलर रह गया. इस अवधि में पाकिस्तान से भारत में कोई आयात नहीं हुआ.
भारत से पाकिस्तान को होने वाले प्रमुख निर्यातों में दवाएं, चीनी, केमिकल्स और ऑटोमोबाइल पार्ट्स शामिल रहे हैं.
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी. यह हमला उस समय हुआ जब घाटी में कई पर्यटक मौजूद थे. प्रतिबंधित संगठन ‘लश्कर-ए-तैयबा’ से जुड़ा ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) इस हमले के पीछे बताया गया.
इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जैसे:
अटारी-वाघा बॉर्डर से व्यापारिक मार्ग बंद
पाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीज़ा सेवाओं का निलंबन
सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से निलंबित करना
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दबाव बनाने की तैयारी
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, भारत अब पाकिस्तान को मिलने वाली अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहायता और कर्ज पर भी सवाल उठाएगा. इसके लिए भारत IMF, विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (ADB) और FATF जैसी बहुपक्षीय संस्थाओं से संपर्क कर रहा है.
भारत चाहता है कि पाकिस्तान को एक बार फिर FATF की ग्रे लिस्ट में डाला जाए और उसे मिलने वाले कर्ज की समीक्षा की जाए.
पाकिस्तान वर्तमान में गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है और वह बड़े पैमाने पर विदेशी कर्ज पर निर्भर है. अगर भारत की यह रणनीति कामयाब होती है और पाकिस्तान को मिलने वाली आर्थिक मदद सीमित या रोक दी जाती है, तो उसके सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हो सकता है.