
Chanakya Neeti in Hindi: आचार्य चाणक्य एक महान भारतीय दार्शनिक, अर्थशास्त्री और राजनेता थे. चाणक्य की राजनीति के अलावा समाज के हर पहलू पर एक समझ और गहरी सोच थी. उनकी नीतियां आज भी वर्तमान समय में लोगों के लिए बेहद कारगर साबित हो रही हैं. आज हम बात करेंगे आचार्य चाणक्य की उन नीतियों के बारे में जो कॉरपोरेट कर्मचारियों के लिए बेहद काम की साबित हो सकती हैं. चलिए जानते हैं कि कॉरपोरेट दुनिया में कौन-कौन सी चाणक्य की नीतियां आपके काम आ सकती हैं.
लीडरशिप
लीडरशिप में सिर्फ ईमानदारी से काम नहीं चलता, थोड़ा समझदारी और रणनीति भी ज़रूरी होती है. ऑफिस में खुलकर बात करना ज़रूरी है, लेकिन कब, कैसे और किसके सामने बोलना है इसका ध्यान भी रखना बेहद आवश्यक होता है. समझदारी से काम लेना ही असली लीडरशिप है.
पूरी प्लानिंग बनाएं
आचार्य चाणक्य किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले उसकी पूरी योजना बनाते थे. ठीक उसी प्रकार आपके लिए भी किसी काम को शुरू करने से पहले उसकी पूरी प्लानिंग कर लेना ज़रूरी है. ऑफिस में किसी प्रोजेक्ट या टास्क को हाथ में लेने से पहले यह समझना ज़रूरी है कि हम ये क्यों कर रहे हैं. इसका क्या नतीजा हो सकता है और क्या इसमें सफलता मिलेगी. जब इन सवालों का सही और संतोषजनक जवाब मिल जाए, तभी उस काम को आगे बढ़ाना चाहिए और फिर पूरी मेहतन के साथ उसमें जुट जाएं.
दूसरों की गलतियों से सीखना
खुद गलतियां करने से अच्छा है कि दूसरों के अनुभवों से सीखें. ऑफिस में जब हम दूसरों की गलतियों और सफलताओं से सीखते हैं, तो हम खुद उन गलतियों से बच सकते हैं.
खुद को मज़बूत दिखाएं
ऑफिस में खुद को मज़बूत और सख़्त दिखाएं, भले ही अंदर से आप वैसे न हों. ऑफिस में इस प्रकार की इमेज बनाने से आपको कोई हल्के में नहीं लेता. इससे कॉरपोरेट माहौल में आपकी पकड़ बनी रहती है.
अच्छा व्यवहार करें
ऑफिस में भरोसा और इज्ज़त पाने के लिए हमेशा ईमानदारी और अच्छे व्यवहार को अपनाना चाहिए. जब आप सही काम करते हैं, काम टाइम पर पूरा करते हैं और किसी के साथ गलत नहीं करते, तो लोग आप पर भरोसा करते हैं. इससे खुद-ब-खुद ऑफिस में आपके लिए अच्छा माहौल बन जाता है और आपकी तरक्की के रास्ते खुलने लगते हैं.