
अचानक रद्द की गई अंतरराष्ट्रीय उड़ान से यात्रियों में नाराज़गी, एयरलाइन ने जताया खेद
अहमदाबाद से लंदन जाने वाले यात्रियों के लिए मुश्किल भरा दिन
एयर इंडिया की अहमदाबाद-लंदन सीधी उड़ान, जो अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए एक सुविधाजनक विकल्प मानी जाती है, अचानक परिचालन कारणों से रद्द कर दी गई। इस फैसले ने सैकड़ों यात्रियों को न सिर्फ असुविधा में डाल दिया, बल्कि उनके यात्रा कार्यक्रम और ज़रूरी योजनाओं को भी प्रभावित किया।
सोमवार की सुबह जब यात्री एयरपोर्ट पहुंचे, तो उन्हें फ्लाइट कैंसिलेशन की सूचना दी गई, जिससे हड़कंप मच गया। अधिकांश यात्रियों ने अपने होटल, वीज़ा शेड्यूल, और कनेक्टिंग फ्लाइट्स की बुकिंग पहले ही कर ली थी। अचानक हुए इस बदलाव ने न केवल उनके समय, बल्कि आर्थिक रूप से भी उन्हें झटका दिया।
यात्रियों का गुस्सा और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
फ्लाइट कैंसिलेशन की जानकारी मिलने के बाद कई यात्री बेहद नाराज़ दिखे। एयरपोर्ट परिसर में ही कई लोगों ने एयर इंडिया के अधिकारियों से इस फैसले पर स्पष्टीकरण मांगा, जबकि कुछ यात्री सोशल मीडिया पर अपनी शिकायतें दर्ज करते नज़र आए।
एक यात्री, जो एक व्यापारिक बैठक के लिए लंदन जा रहे थे, ने लिखा – “इतनी बड़ी एयरलाइन से ऐसी गैर-जिम्मेदाराना हरकत की उम्मीद नहीं थी। हमें न समय पर सूचना दी गई और न ही वैकल्पिक व्यवस्था की गई।”
वहीं एक बुज़ुर्ग दंपती, जो लंदन में अपने बेटे से मिलने जा रहे थे, ने भावुक होकर कहा – “हम महीनों से इस यात्रा की तैयारी कर रहे थे। अब समझ नहीं आ रहा क्या करें।”
एयर इंडिया का आधिकारिक बयान
एयर इंडिया की ओर से जारी एक संक्षिप्त बयान में कहा गया कि अहमदाबाद-लंदन की यह उड़ान “परिचालन संबंधी अनिवार्य कारणों” के चलते रद्द की गई है। साथ ही एयरलाइन ने यात्रियों से असुविधा के लिए खेद प्रकट किया है और भरोसा दिलाया कि उन्हें जल्द से जल्द वैकल्पिक उड़ानों में समायोजित करने का प्रयास किया जा रहा है।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने आगे कहा, “हम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोपरि मानते हैं। यह निर्णय पूरी तरह तकनीकी और संचालन संबंधी ज़रूरतों के चलते लिया गया है। हम यात्रियों से अनुरोध करते हैं कि वे धैर्य रखें और हमारी टीम से सहायता लें।”
टिकट रिफंड और पुनः बुकिंग को लेकर असमंजस
हालांकि एयरलाइन ने वैकल्पिक उड़ानें या रिफंड का आश्वासन दिया है, लेकिन यात्रियों के अनुसार अभी तक ज़मीनी स्तर पर कोई स्पष्ट व्यवस्था नहीं की गई है। यात्रियों को टिकट रिफंड और पुनः बुकिंग से जुड़ी प्रक्रियाओं में भी भ्रम की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
कई यात्री यह सवाल कर रहे हैं कि जब उड़ान कैंसिलेशन पहले से तय था, तो सूचना पहले क्यों नहीं दी गई? कुछ यात्रियों को महज़ दो घंटे पहले ही ईमेल या मैसेज के माध्यम से सूचित किया गया, जिससे उनकी आगे की योजनाओं पर गहरा असर पड़ा।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में भरोसे का सवाल
यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि क्या भारतीय एयरलाइंस, विशेषकर अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर, अपने संचालन में स्थायित्व और पारदर्शिता ला पा रही हैं? इस तरह की अचानक की गई फ्लाइट कैंसिलेशन यात्रियों के भरोसे को कमज़ोर करती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, उड़ानों की नियमितता और यात्रियों को समय पर सूचना देना किसी भी एयरलाइन की जिम्मेदारी होती है। यदि परिचालन कारणों से कोई निर्णय लेना भी पड़े, तो यात्रियों को पहले से सूचित कर, वैकल्पिक विकल्प देने की नीति होनी चाहिए।
भविष्य की यात्रा योजनाओं पर असर
कई यात्रियों ने यह भी कहा कि वे भविष्य में एयर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से दूरी बनाना चाहेंगे। बिजनेस ट्रैवलर, छात्र, और पर्यटक – सभी वर्गों के यात्रियों को इस उड़ान रद्दीकरण से नुकसान हुआ है।
इस मामले को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि अगर इस तरह की शिकायतें बढ़ती रहीं, तो एयरलाइंस के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं।
निष्कर्ष: यात्रियों की उम्मीदों और हक की ज़रूरत
एयर इंडिया जैसी प्रतिष्ठित एयरलाइन से यात्री बेहतर सेवा, समयबद्धता, और पारदर्शिता की उम्मीद रखते हैं। ऐसे में इस प्रकार की अचानक उड़ान रद्द करना न केवल यात्रियों की असुविधा का कारण बनता है, बल्कि ब्रांड की साख पर भी असर डालता है।
सरकार और एयरलाइंस प्रबंधन को यह समझना होगा कि यात्रियों का भरोसा जीतना आसान नहीं, और एक बार टूट जाए, तो उसे दोबारा पाना और भी मुश्किल हो जाता है। यात्रियों को न सिर्फ सूचना, बल्कि उनके समय और धन का भी सम्मान मिलना चाहिए।
उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से सीख लेकर एयरलाइंस यात्रियों के हित में ज्यादा जिम्मेदाराना रवैया अपनाएंगी।