
पटना में सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। अटल पथ पर ड्यूटी पर तैनात महिला सिपाही को एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने टक्कर मार दी। इस हादसे में महिला सिपाही की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई और पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई।
यह हादसा तब हुआ जब पटना में भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा पहले ही 12 से 17 जून के बीच भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी। लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कें फिसलन भरी हो गई थीं और दृश्यता भी कम थी। बावजूद इसके, स्कॉर्पियो ड्राइवर ने रफ्तार पर नियंत्रण नहीं रखा और पुलिसकर्मियों को रौंदते हुए निकल गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अटल पथ पर ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए तीन पुलिसकर्मी तैनात थे। महिला सिपाही ट्रैफिक डिवर्शन पॉइंट पर खड़ी थी। तभी स्कॉर्पियो बेकाबू होकर आई और सीधा उन्हें टक्कर मार दी। महिला सिपाही की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य दो को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
घटना की जानकारी मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच के आदेश दिए गए। पुलिस ने स्कॉर्पियो को जब्त कर लिया है और चालक की पहचान की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, स्कॉर्पियो चालक बारिश के बीच मोबाइल फोन पर बात कर रहा था और गाड़ी की स्पीड काफी अधिक थी।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जब IMD ने पहले से भारी बारिश की चेतावनी दी थी, तो शहर में ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त क्यों नहीं थे। पटना जैसे व्यस्त और संवेदनशील शहर में पुलिसकर्मियों की जान जोखिम में डाल कर उन्हें बारिश में ड्यूटी पर खड़ा करना क्या सही था?
मौसम विभाग ने 12 से 17 जून तक बिहार समेत कई राज्यों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। खासकर पटना, गया, भागलपुर और आसपास के इलाकों में बिजली गिरने, जलभराव और ट्रैफिक अवरोध की स्थिति बन सकती है। ऐसे में प्रशासन को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत थी। लेकिन हादसे की यह घटना दर्शाती है कि बारिश के खतरे को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई।
महिला सिपाही की पहचान बिहार पुलिस में पिछले चार साल से कार्यरत श्रद्धा कुमारी के रूप में हुई है। उनके सहकर्मी बताते हैं कि वे हमेशा समय पर ड्यूटी करती थीं और बेहद जिम्मेदार अधिकारी थीं। उनकी अचानक मौत से पूरा विभाग सदमे में है। पुलिसकर्मी ही अब सुरक्षित नहीं हैं तो आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठना लाज़मी है।
बारिश के इस मौसम में सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, खासतौर पर जब मौसम विभाग ने चेतावनी दी हो। तेज गति, मोबाइल का इस्तेमाल और लापरवाही भरे ड्राइविंग का अंजाम बहुत खतरनाक हो सकता है, जैसा कि इस दर्दनाक हादसे ने साबित कर दिया।
पटना प्रशासन को इस घटना से सबक लेकर बारिश के दौरान ट्रैफिक नियंत्रण और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए। हर सड़क पर चेतावनी बोर्ड, स्पीड लिमिट सख्ती से लागू करना और ट्रैफिक पुलिस के लिए सुरक्षा उपकरण अनिवार्य करने की ज़रूरत है।
निष्कर्ष:
अटल पथ पर हुआ यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक बड़ी लापरवाही का नतीजा है। मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से न लेना, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और प्रशासनिक लापरवाही ने एक कर्तव्यनिष्ठ महिला सिपाही की जान ले ली। अब वक्त है कि हम सब मिलकर सड़क सुरक्षा, मौसम अलर्ट और जिम्मेदार नागरिकता को प्राथमिकता दें, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।