
सनातन धर्म में एकादशी तिथि को बहुत अहम माना जाता है. साल में 24 एकादशी तिथियों पर भगवान विष्णु के लिए व्रत रखा जाता है. हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का खास महत्व होता है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा की जाती है. वैदिक पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अपरा एकादशी कहा जाता है. इस दिन व्रत रखने के साथ-साथ कपड़े, पैसा आदि दान करना भी बहुत अहम माना जाता है. चलिए विस्तार से समझते हैं कि अपरा एकादशी कब है, क्या है शुभ मुहूर्त और पूजा करने का सही तरीका.
क्या कहना है ज्योतिषी का
ज्योतिषी बताते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 23 मई की रात 1:12 से होगी और 23 मई की रात 10:29 पर खत्म होगी. 23 तारीख को अपरा एकादशी का व्रत रखा जाएगा जिसमें ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:04 से लेकर 4:45 तक रहेगा. वहीं विजय मुहूर्त दोपहर 2:35 से लेकर 3:03 तक रहेगा.
ऐसे करनी चाहिए पूजा
एकादशी तिथि के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नहाना चाहिए, भगवान सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए, पूजा की जगह को गंगाजल से शुद्ध करना चाहिए. एक चौकी पर कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की मूर्ति को रखना चाहिए. चंदन, फूल, माला, धूप, दीप जलाकर श्री हरि विष्णु की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए.
आज के दिन दान देना शुभ
इस दिन विष्णु चालीसा का पाठ करना जरूरी है. साथ ही भगवान को फल, मिठाई और तुलसी पत्ता मिलाकर भोग लगाएं. ऐसा करने से जीवन की तमाम परेशानियां दूर होंगी और भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलेगा. इसके अलावा इस दिन जरूरतमंद और गरीब लोगों को दान भी करना चाहिए. आप अपनी सामर्थ्य के मुताबिक किसी भी चीज का दान कर सकते हैं पर आज के दिन दान देने का काफी महत्व है.