‘मिशन शक्ति’ से यूपी सरकार ने 9 करोड़ महिलाओं को किया सशक्त

  • May 3, 2025
  • 0
  • 7 Views
Mission Shakti

Mission Shakti: योगी सरकार के ‘मिशन शक्ति’ अभियान ने महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए 9 करोड़ से अधिक महिलाओं तक पहुंच बनाई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह अभियान न केवल सामाजिक ढांचे को मजबूत कर रहा है, बल्कि प्रशासनिक कार्यप्रणाली में भी सकारात्मक बदलाव ला रहा है. 28 सरकारी विभागों के समन्वय से इस अभियान ने 9 करोड़ लोगों को जोड़ा है.

17 अक्टूबर 2020 से शुरू हुआ मिशन शक्ति
17 अक्टूबर 2020 को शुरू हुए ‘मिशन शक्ति’ के अब तक पांच चरण सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं. महिला एवं बाल विकास, गृह, स्वास्थ्य और अन्य विभागों के साथ-साथ समाजसेवी संगठनों और शैक्षणिक संस्थानों ने इसे जनांदोलन का रूप दिया. गांव, स्कूल-कॉलेज, नगर पंचायतों और शहरी वार्डों में जागरूकता शिविरों और कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के अधिकार, सुरक्षा और बाल संरक्षण कानूनों की जानकारी दी गई.

जन-जन तक पहुंचा अभियान
महिला हेल्पलाइन 1090, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, वन स्टॉप सेंटर और बाल संरक्षण इकाइयों की कार्यप्रणाली को आमजन तक पहुंचाया गया. पुलिस, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य और पंचायती राज जैसे विभागों ने साइबर क्राइम, घरेलू हिंसा, मानसिक स्वास्थ्य और कानूनी सहायता जैसे विषयों पर कार्यशालाएं और प्रशिक्षण आयोजित किए. डिजिटल मीडिया, सोशल मीडिया, रेडियो, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर और जनसंवाद के जरिए यह अभियान दूरदराज और वंचित वर्गों तक पहुंचा.

9 करोड़ महिलाओं तक पहुंच, योजनाओं से मिला लाभ
‘मिशन शक्ति’ के तहत विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं के माध्यम से योगी सरकार ने अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल कीं. 1707 से अधिक बाल विवाह रोके गए, महिला हेल्पलाइन 1090 के जरिए 7.78 लाख महिलाओं को सहायता मिली, वन स्टॉप सेंटर पर 2.10 लाख मामलों में पीड़िताओं को मदद दी गई. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से 23.40 लाख बालिकाएं लाभान्वित हुईं.

1090 कॉल सेंटर में 80 नए टर्मिनल और 100 पिंक पुलिस बूथ स्थापित किए गए. महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ अपराधों में 27,425 मामलों, पॉस्को अधिनियम के 11,254 मामलों और दहेज हत्या के 3,700 से अधिक मामलों में दोषियों को सजा दिलाई गई. 189 निकायों में 1,100 पिंक शौचालय बनाए गए. आठ आकांक्षी जनपदों में 2 लाख से अधिक बालिकाओं का सर्वांगीण विकास किया गया. 84% से अधिक संस्थागत प्रसव सुनिश्चित किए गए.

पुनीत मिश्रा, नोडल अफसर, मिशन शक्ति, महिला एवं बाल विकास कल्याण ने कहा, “मिशन शक्ति ने महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को बढ़ावा दिया है. विभिन्न विभागों के समन्वय से 9 करोड़ महिलाओं तक पहुंच बनाई गई, जिन्हें सुरक्षा, योजनाओं और अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया.”