
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे, और उनके इस संबोधन पर न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं कि वह क्या कहने वाले हैं. पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा था कि दोषियों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा. इसके बाद कश्मीर घाटी में भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया.
प्रधानमंत्री ने सेना को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर आतंकियों को जड़ से मिटाने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की मंजूरी दी.
इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की गई. कुल 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. यह कार्रवाई भारत की आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति का स्पष्ट संकेत है.
इस सर्जिकल स्ट्राइक में कई खूंखार आतंकवादी मारे गए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के 9 रिश्तेदार भी शामिल थे. इस हमले के बाद मसूद अजहर ने कथित रूप से कहा, “इससे अच्छा होता कि मैं भी मारा जाता.” इस कार्रवाई से पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया और उसने जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत के कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया, साथ ही सीमावर्ती इलाकों में गोलीबारी भी की. हालांकि, भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देकर पाकिस्तान के इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया.
इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान की नापाक हरकतों का करारा जवाब देते हुए उसके 9 एयरबेस तबाह कर दिए, जिससे उसे भारी नुकसान उठाना पड़ा. पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की हालत और बिगड़ गई, और उसकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई. मजबूर होकर उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से आर्थिक मदद मांगनी पड़ी.
पाकिस्तान के साथ सीजफायर के 51 घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि वह अपने संबोधन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और उसके बाद बने हालात पर देशवासियों को जानकारी देंगे.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने अपने आवास पर एक अहम बैठक की, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए. बैठक में सीमा पार और देश के भीतर सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गई.
प्रधानमंत्री ने इस दौरान भारतीय सेना को आतंकवादियों के खिलाफ पूरी तरह से खुली छूट दे दी है. साथ ही उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि यदि पाकिस्तान की ओर से गोली चलाई जाएगी, तो भारत की ओर से गोले चलाए जाएंगे. इससे साफ है कि प्रधानमंत्री आज अपने संबोधन में सेना की बहादुरी और कार्रवाई की सराहना करेंगे.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पूरी दुनिया को यह दिखा दिया कि भारत क्या कर सकता है. भारत अब न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा कर सकता है, बल्कि जरूरत पड़ने पर सीमा पार जाकर भी दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमला कर सकता है.
बता दें कि भारतीय सेना की प्रेस वार्ता के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम 5 बजे सीजफायर लागू हुआ था. हालांकि, पाकिस्तान ने सीजफायर लागू होने के महज तीन घंटे बाद ही इसका उल्लंघन कर दिया. पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब में कुल 15 स्थानों पर ड्रोन हमले किए गए, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पूरी तरह नाकाम कर दिया.
सोमवार को डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, “जब-जब पाकिस्तान ने हमारे एयरफील्ड पर लगातार हमले किए, वे हमारे मज़बूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने पूरी तरह विफल हो गए. हमारा एयर डिफेंस इतना सक्षम और सतर्क था कि उन्हें कोई मौका नहीं मिला.”
उन्होंने आगे कहा, “आपने कल पाकिस्तानी एयरफील्ड की जो हालत देखी, वो उनकी विफलता का प्रमाण है, जबकि हमारे सभी एयरफील्ड सुरक्षित और क्रियाशील हैं. हम अपनी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की भी सराहना करना चाहते हैं, जिन्होंने बहादुरी से मोर्चा संभाला. उनके काउंटर-अलार्म सिस्टम भी हमारे एयर डिफेंस नेटवर्क का अभिन्न हिस्सा रहे, जिन्होंने पाकिस्तान के नापाक इरादों को समय रहते विफल कर दिया.”
सेना के प्रेस वार्ता में कई ऐसे सवाल थे जिसका स्पष्ट जवाब सामने नहीं आया था, देश के मन में एक ही सवाल है कि आतंकवाद को पालने वाले देश के साथ भारत ने क्या क्या किया? उम्मीद है कि देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री, अब तक की गयी कार्रवाई को विस्तार से बतायेंगें. सम्भावना है कि प्रधानमंत्री पकिस्तान में आतंकी ठिकानों की तबाही पूरी जानकारी सामने रखें और साथ सीजफायर के कारणों को बताएं.
सेना की प्रेस वार्ता के दौरान कई ऐसे सवाल थे जिनका स्पष्ट जवाब सामने नहीं आया. पूरे देश के मन में एक ही सवाल है – आतंकवाद को पालने वाले देश के साथ भारत ने क्या-क्या किया? ऐसे में देशवासियों को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात अपने संबोधन में अब तक की गई सैन्य और कूटनीतिक कार्रवाई को विस्तार से बताएंगे. यह भी सम्भावना है कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई, उनके विध्वंस और उससे हुए नुकसान का विवरण भी जनता के सामने रखें. साथ ही, वह सीज़फायर की आवश्यकता और इसके पीछे की रणनीतिक सोच को भी स्पष्ट कर सकते हैं.