
Veeru Devgan Birth Anniversary Special:
25 जून को है दिग्गज एक्शन डायरेक्टर और अभिनेता वीरू देवगन की बर्थ एनिवर्सरी। उनके बेटे, सुपरस्टार अजय देवगन ने कई बार उनके संघर्षों और फिल्मी सफर के बारे में खुलकर बात की है।
13 की उम्र में घर से भागे थे वीरू देवगन
कॉफी विद करण शो में अजय देवगन ने खुलासा किया था कि उनके पिता वीरू देवगन सिर्फ 13 साल की उम्र में पंजाब से भागकर मुंबई आ गए थे। शुरुआत में उनका समय बेहद संघर्षपूर्ण रहा। बिना टिकट ट्रेन में सफर करने पर उन्हें जेल भी जाना पड़ा। उनके पास खाने तक के पैसे नहीं थे।
मुंबई में एक शख्स ने उन्हें टैक्सी धोने का काम दिया, और कई बार तो वीरू उसी टैक्सी में सोते थे। फिर उन्होंने कारपेंटर के तौर पर भी काम किया। इसी दौरान उनकी ज़िंदगी ने एक अनोखा मोड़ लिया — और वो एक गैंगस्टर बन गए।
ऐसे बने बॉलीवुड के सबसे बड़े एक्शन मास्टर
एक दिन गली में हुई एक लड़ाई में एक्शन डायरेक्टर रवि खन्ना की नजर वीरू पर पड़ी। उनकी फाइटिंग स्किल्स से प्रभावित होकर रवि ने उन्हें फिल्मी दुनिया में मौका दिया। वहीं से शुरू हुआ वीरू देवगन का बॉलीवुड सफर — और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
वीरू देवगन का फिल्मी करियर
एक्शन डायरेक्टर के तौर पर उन्होंने लाल बादशाह, सनम, दिलजले, फूल और कांटे, त्रिदेव जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया। वहीं, क्रांति, सर उठा के जियो, सौरभ जैसी फिल्मों में उन्होंने बतौर एक्टर भी अपना हुनर दिखाया। 1999 में उन्होंने अजय देवगन को लेकर फिल्म हिंदुस्तान की कसम डायरेक्ट की थी।
वीरू देवगन की कहानी बताती है कि अगर हौसला हो, तो हालात कैसे भी हों — रास्ता जरूर बनता है।