
भारत के चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों ने सियासी हलचल बढ़ा दी है।
जहां आप (AAP) और कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की, वहीं बीजेपी को गुजरात और बंगाल में जोरदार झटका लगा।
इस जीत के बाद एक नई चर्चा ने जोर पकड़ लिया है—क्या अरविंद केजरीवाल अब राज्यसभा जाएंगे?
केजरीवाल को मिल सकता है राज्यसभा का रास्ता?
पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट से आप के सांसद संजीव अरोड़ा ने लोकसभा चुनाव जीत लिया है, जिससे उनकी राज्यसभा सीट खाली हो गई है।
अब पार्टी में चर्चा है कि केजरीवाल खुद इस सीट से राज्यसभा जा सकते हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद ये कदम उन्हें नई सियासी पहचान और संसद में सीधी मौजूदगी दिला सकता है।
संजय सिंह के साथ मिलकर वे राज्यसभा में AAP की रणनीति और विरोधी दलों की नीतियों पर मजबूत आवाज बन सकते हैं।
गुजरात में AAP की बड़ी जीत, बीजेपी की हार
गुजरात की विसावदर सीट पर AAP नेता गोपाल इटालिया ने बीजेपी उम्मीदवार को 17,554 वोटों से हराकर बड़ा उलटफेर कर दिया।
यह वही सीट है जिसे पहले AAP के विधायक भूपेंद्र भयानी ने जीता था लेकिन बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे।
अब इस जीत ने गुजरात में AAP को नई सियासी ताकत का अहसास कराया और बीजेपी की रणनीति को गहरा झटका दिया।
केरल में प्रियंका गांधी की पहली बड़ी जीत
नीलांबुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार ने 11,077 वोटों से जीत दर्ज की।
यह सीट पहले CPM समर्थित निर्दलीय के पास थी।
इस जीत को कांग्रेस में प्रियंका गांधी की सक्रिय भूमिका का नतीजा माना जा रहा है और यह उन्हें केरल में नेतृत्व की नई ताकत दे रही है।
बंगाल में टीएमसी की पकड़ बरकरार
कालीगंज सीट पर TMC उम्मीदवार ने भारी मतों से बीजेपी को हराया।
ममता बनर्जी ने फिर साबित कर दिया कि उनका महिला और मुस्लिम वोट बैंक आज भी बेहद मजबूत है।
बीजेपी द्वारा किए गए ध्रुवीकरण प्रयास यहां फेल साबित हुए।
क्या कहता है सियासी गणित?
- AAP को पंजाब और गुजरात में बड़ी बढ़त मिली
- कांग्रेस को केरल में प्रियंका गांधी की अगुआई में बड़ी सफलता
- बीजेपी को गुजरात और बंगाल में साफ नुकसान
- 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले इन नतीजों ने नई राजनीतिक दिशा दिखा दी है