
S. Jaishankar Latest News; पहलगाम में पर्यटकों का धर्म पूछकर उनकी हत्या करने के बाद आतंकवादियों और उनके आकाओं के खिलाफ चलाया गया ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. डच मीडिया को दिए इंटरव्यू में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पहलगाम हमले के बाद शुरू हुआ ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. यह अभियान जारी है. उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान से ऑपरेट कर रहे आतंकवादियों की ओर से फिर से टेरर अटैक होता है तो भारत उसका जवाब देगा और टेररिस्ट को टारगेट करेगा. जयशंकर ने यह भी साफ कर दिया कि कुछ दिनों पहले ही फील्ड मार्शल बने आसिम मुनीर की आर्मी का आतंकवादियों से सीधा लिंक है. पाकिस्तानी आर्मी आतंकवाद में कंठ तक डूबी हुई है. इन दोनों को अलग नहीं किया जा सकता है. बता दें कि विदेश मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि आसिम मुनीर के कट्टरपंथी रवैये के चलते ही पहलगाम में टेररिस्ट अटैक हुआ था.
एक इंटरव्यू में एस. जयशंकर ने कहा कि भारत 1948 से जम्मू और कश्मीर में अशांति फैलाने वाली पाकिस्तानी सेना से जूझ रहा है, जब पाकिस्तानी सैनिकों को कबायली हमलावरों की आड़ में इस क्षेत्र में भेजा गया था. विदेश मंत्री ने कहा कि उनकी ओर से कट्टरपंथी धार्मिक एजेंडा भी चलाया जा रहा है. बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमले के बाद भारत की ओर से 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया था. इसके तहत पीओके और पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में मौजूद आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया था. आतंकवादियों के 9 अड्डों को तबाह कर दिया गया था. वहीं, पाकिस्तान के 11 एयरबेस को भी टारगेट किया गया था.
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बड़ा ऑपरेशन
जयशंकर के इशारे को इस बात से समझा जा सकता है कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में शुक्रवार को सुरक्षा बलों की ओर से आतंकवादियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सुरक्षा बलों ने गुरुवार सुबह किश्तवाड़ जिले के सिंहपोरा चटरू इलाके में छिपे हुए 3 से 4 आतंकवादियों के एक समूह के खिलाफ अभियान शुरू किया था. अधिकारियों ने बताया कि घने जंगल में छिपे आतंकवादियों को पकड़ने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह, सेना और अर्धसैनिक बलों ने संयुक्त रूप से बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए अभियान जारी है. जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात ने भी सिंहपोरा-चटरू क्षेत्र का दौरा किया, जहां वर्तमान में एक बड़ा आतंकवाद-रोधी अभियान चल रहा है.
जयशंकर ने बताई पाकिस्तान की सच्चाई
जयशंकर ने उस धारणा को खारिज कर दिया, जिसके तहत यह दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान को अपनी धरती पर सक्रिय आतंकवादी संगठनों के बारे में जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सरकार और सेना दोनों ही आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हैं. विदेश मंत्री ने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की प्रतिबंध सूची में शामिल सबसे कुख्यात आतंकवादी पाकिस्तान में हैं. वे बड़े शहरों में दिनदहाड़े अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. उनके पते मालूम हैं. उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी है. उनके आपसी संपर्क भी जगजाहिर है.’ 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में लश्कर से जुड़े आतंकवादी संगठन TRF द्वारा 26 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया. भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को निशाना बनाते हुए सटीक हवाई हमले किए. 10 मई को युद्ध विराम की घोषणा होने से पहले चार दिनों तक सैन्य टकराव का दौर चला था.