
भारतीय वायुसेना द्वारा 8 और 9 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) के तहत किए गए हमलों का असर अब साफ दिखने लगा है. सैटेलाइट तस्वीरों ने पुष्टि कर दी है कि भारतीय वायुसेना के इन हमलों में पाकिस्तान के कई अहम वायुसेना ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है. ये हमले हाल ही में पाकिस्तान की ओर से हुई आक्रामक कार्रवाइयों के जवाब में किए गए थे.
भोलारी एयरबेस पर बड़ा असर
सिंध प्रांत के जामशोरो में स्थित भोलारी एयरबेस की तस्वीरें भारतीय कंपनी कावास्पेस ने जारी की हैं. इनमें साफ देखा जा सकता है कि रनवे के पास स्थित एक हैंगर को सीधा निशाना बनाया गया. छत को काफी नुकसान हुआ है और मलबा फैला हुआ है. माना जा रहा है कि यह हैंगर पाकिस्तान की 19वीं स्क्वाड्रन के एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए इस्तेमाल होता था.
सरगोधा एयरबेस पर रनवे ध्वस्त
पाकिस्तान के एक और अहम बेस, सरगोधा स्थित पीएएफ बेस मुशाफ में रनवे के बीचोंबीच बड़ा गड्ढा बन गया है. सैटेलाइट तस्वीरों में रनवे पर फैला मलबा साफ नजर आ रहा है, जिससे यह बेस फिलहाल किसी भी उड़ान के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.
जैकोबाबाद और नूर खान बेस भी नहीं बचे
जैकोबाबाद का शाहबाज एयरबेस, जहां एफ-16 विमानों की नंबर 5 स्क्वाड्रन तैनात है, वहां भी एक बड़े हैंगर को निशाना बनाकर तबाह किया गया है. पास के एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर को भी नुकसान पहुंचा है. वहीं, इस्लामाबाद के पास रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस की तस्वीरें चीनी सैटेलाइट कंपनी मिजारविजन ने जारी की हैं, जिनमें दिख रहा है कि दो सैन्य ट्रक नष्ट हो चुके हैं और पास के एक इंफ्रास्ट्रक्चर में आग लगने के निशान हैं.
ब्रह्मोस मिसाइल का हुआ इस्तेमाल?
माना जा रहा है कि इन हमलों में भारतीय वायुसेना ने हवा से प्रक्षेपित ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया. इससे भारत की एडवांस टेक्नोलॉजी और सटीक निशाना लगाने की क्षमता का भी अंदाजा मिलता है. हालांकि अमेरिका की मध्यस्थता से युद्धविराम हो चुका है, लेकिन जमीन पर तनाव अभी भी बना हुआ है. भारतीय वायुसेना ने लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की है और वादा किया है कि ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी सभी अहम जानकारियां जल्द साझा की जाएंगी.