
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा के मुख्यालयों को तबाह करने के लिए ब्रह्मोस और स्कैल्प, दोनों ही मिसाइलों का इस्तेमाल किया था. ये इसलिए ताकि पाकिस्तान के टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सके.
ऑपरेशन सिंदूर के पार्ट-2 (10 मई की सुबह) यानी पाकिस्तानी मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर को बर्बाद करने के लिए भी भारतीय वायुसेना ने ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल किया था, जिन्हें सुखोई लड़ाकू विमानों से दागा गया था. सुखोई की ब्रह्मोस ने ही पाकिस्तानी वायुसेना के नूर खान, रहीम यार खान बेस, भोलारी एयरबेस, जेकोकाबाद बेस और किराना हिल्स (जिसके करीब पाकिस्तान का परमाणु जखीरा छिपा है) पर ब्रह्मोस मिसाइल से हमला किया था. स्कैल्प मिसाइल का इस्तेमाल, फ्रांस के राफेल (रफाल) फाइटर जेट के जरिए किया गया था.
बुनयान-अल-मरसूस का भारत ने दिया करारा जवाब
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2, पाकिस्तानी वायुसेना के बुनयान-अल-मरसूस ऑपरेशन के विरोध में लॉन्च किया था क्योंकि आतंकी ठिकानों पर हमलों के जवाब देने के लिए पाकिस्तानी वायुसेना ने भारत के एयरबेस और अहम संस्थानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी. इसके लिए पाकिस्तानी वायुसेना ने ड्रोन और मिसाइल से हमला किया था. इन हमलों में पंजाब में आदमपुर एयरबेस और हरियाणा के सिरसा बेस शामिल थे, लेकिन समय रहते भारतीय वायुसेना की एस-400 मिसाइल और एमआरसैम (मीडियम रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल) का इस्तेमाल किया था.
जानकारी के मुताबिक, बुनयान अल-मरसूस की जवाबी कार्रवाई के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एक टोही विमान अवैक्स (AWACS) यानी एयर-बोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम को भी तबाह कर दिया था. माना जा रहा है कि इसके लिए भारतीय वायुसेना ने एस-400 मिसाइल का इस्तेमाल किया था. ARY नाम का ये टोही विमान, पाकिस्तान ने स्वीडन से लिया था और भारत पर हमले के दौरान भारतीय एयरस्पेस की जासूसी कर रहा था. नूर खान एयरबेस के करीब ही इस टोही विमान को एस-400 ने मार गिराया था.
ऑपरेशन सिंदूर-2 में PAK के 5 फाइटर जेट तबाह
कुछ दिन पहले ही एबीपी न्यूज ने बताया था कि ऑपरेशन सिंदूर पार्ट के दौरान, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कम से कम पांच एयरक्राफ्ट को तबाह किया था. इनमें पाकिस्तान का एक टोही विमान (AWACS) और एक सी-130 जे सुपर हरक्युलिस मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट था. भोलारी एयरबेस पर ब्रह्मोस मिसाइल के हमले में सी-130 एयरक्राफ्ट जलकर खाक हो गया था. AWACS विमान के नुकसान के बारे में खुद पाकिस्तानी वायुसेना के एक पूर्व एयर मार्शल ने कंफर्म किया था.
6-7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के दो (02) लड़ाकू विमानों को आसमान में डॉग-फाइट के दौरान गिरा दिया था. ये दोनों लड़ाकू विमान JF-17 थे या फिर एक JF-17 और एक मिराज था. क्योंकि ये फाइटर जेट पाकिस्तान की सीमा में ही गिरे थे, इसलिए इनका मलबा भारत के हाथ नहीं लगा है. यही वजह है कि भारतीय वायुसेना इन दोनों फाइटर जेट की पहचान को लेकर बहुत आश्वस्त नहीं है.
पाकिस्तान के F-16 को भी भारत ने पहुंचाया नुकसान
खबर तो ये भी है कि पाकिस्तान के जेकोकाबाद एयरबेस पर एफ-16 फाइटर जेट को भी नुकसान हुआ है. अमेरिका के डर से पाकिस्तान ने इन एफ-16 को नहीं उड़ाया था, लेकिन जेकोकाबाद एयरबेस के हैंगर में भारतीय हमले में एफ-16 विमानों को जरूर नुकसान हुआ था. भारत के हमले के दौरान पाकिस्तान ने ज्यादा से ज्यादा JF-17, J-10 और मिराज फाइटर जेट का इस्तेमाल किया था. पाकिस्तान ने JF-17 को चीन की मदद से अपने देश में ही तैयार किया है. J-10 को चीन से खरीदा है और मिराज को 80 के दशक में फ्रांस से खरीदा था.