क्या ऑपरेशन सिंदूर में राफेल गिरे? डिफेंस अताशे के बयान से मचा बवाल, कांग्रेस ने घेरा मोदी सरकार

  • June 30, 2025
  • 0
  • 578 Views
innnews-operation-sindoor

भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम को 50 दिन से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सियासत अब भी थमी नहीं है। ताजा विवाद उस वक्त गहराया जब इंडोनेशिया में भारत के डिफेंस अताशे कैप्टन शिव कुमार ने एक सेमिनार के दौरान बयान दिया कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना को कुछ विमान गंवाने पड़े। अब कांग्रेस ने इस बयान को लेकर मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला है।


क्या वाकई ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने राफेल गंवाए?

सेमिनार में बोलते हुए कैप्टन शिव कुमार ने कहा,

हमने कुछ विमान खोए हैं और इसका कारण यह है कि हमारे राजनीतिक नेतृत्व ने हमें पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने से मना किया था।

उन्होंने यह भी कहा कि नुकसान के बाद वायुसेना ने अपनी रणनीति बदली और सबसे पहले दुश्मन की एयर डिफेंस सिस्टम को खत्म किया, जिससे मिसाइल सिस्टम्स जैसे ब्रह्मोस ने खुलकर काम किया।

हालांकि, इंडोनेशियाई एयरोस्पेस एक्सपर्ट ने दावा किया कि पहले दिन ही भारत ने 5 फाइटर जेट खो दिए—तीन राफेल, एक मिग-29 और एक सुखोई-30, साथ ही एक ड्रोन और दो S-400 लॉन्चर्स भी पाकिस्तान ने तबाह कर दिए।


कांग्रेस का वार – “सरकार सच्चाई छिपा रही है”

कैप्टन शिव कुमार के बयान पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। खेड़ा ने लिखा,

मोदी सरकार ऑपरेशन सिंदूर में हुए नुकसान को छिपा रही है। संसद में विशेष सत्र से भाग रही है, क्योंकि उन्हें डर है कि सच्चाई सामने आ जाएगी।

उन्होंने DGI एयर ऑपरेशन और CDS जनरल अनिल चौहान के पूर्व बयानों का हवाला देते हुए कहा कि ये सब भारतीय वायुसेना के नुकसान की ओर इशारा करते हैं, जिसे अब धीरे-धीरे स्वीकारा जा रहा है।


दूतावास की सफाई – बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया

जैसे ही बयान पर बवाल बढ़ा, जकार्ता स्थित भारतीय दूतावास ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। एक्स पोस्ट में लिखा गया:

डिफेंस अताशे की टिप्पणियों को संदर्भ से बाहर प्रस्तुत किया गया है। प्रजेंटेशन का मकसद यह दिखाना था कि भारतीय सेना नागरिक नेतृत्व के अधीन काम करती है और ऑपरेशन सिंदूर का फोकस आतंकियों के ढांचे पर था, न कि युद्ध भड़काना।


ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम आतंकी हमले का जवाब

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसमें 24 भारतीय, एक नेपाली पर्यटक और एक स्थानीय शामिल था। हमलावरों ने धर्म पूछकर गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाया।

इस निर्मम हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। हालांकि, यह ऑपरेशन केवल 4 दिनों तक चला और 10 मई को रोक दिया गया।