कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शामिल हुए CM नायब सैनी और योगगुरु स्वामी रामदेव

  • June 21, 2025
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हरियाणा में ‘योग युक्त, नशा मुक्त’ अभियान का सशक्त प्रवाह

एक नया अध्याय: कुरुक्षेत्र से जागे योग उत्साह की गूँज
21 जून 2025 को कुरुक्षेत्र में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन इस बार पहले से भी बड़े पैमाने पर हुआ। पवित्र ब्रह्मा सरोवर के किनारे सैकड़ों जिलों से आए करीब एक लाख लोगों ने एक साथ योगाभ्यास किया। इस आयोजन का नेतृत्व योगगुरु स्वामी रामदेव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने संयुक्त रूप से किया, जिससे यह कार्यक्रम संयम, भावना और सामाजिक स्वास्थ्य का अद्वितीय उदाहरण बन गया ।

एकजुटता का संदेश: “योग युक्त, नशा मुक्त हरियाणा”
इस वर्ष “One Earth, One Health” थीम में हरियाणा ने “योग युक्त, नशा मुक्त हरियाणा” अभियान को भी जोड़ा। मुख्यमंत्री सैनी ने इसका उद्घोष करते हुए इसे नशामुक्ति की दिशा में एक निर्णायक स्तंभ बताया। उनका मानना रहा कि योग न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य बढ़ाता है, बल्कि युवाओं को नशे से दूर रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है ।

स्वामी रामदेव का मार्गदर्शन और उनकी प्रेरणा
स्वामी रामदेव ने कहा कि कुरुक्षेत्र में योग अभ्यास का यह समारोह आत्मा और संस्कृति का प्रतीक है। उन्होंने मुख्यमंत्री सैनी की उन पहलों की सराहना की, जिन्होंने योग को सिर्फ एक व्यायाम नहीं, बल्कि जीवनशैली बनाने की दिशा में कार्य किया ।

राजनीति × स्वास्थ्य: CM सैनी की पहलें
सैनी ने स्वास्थ्य आंदोलन को एक नए रूप में पेश किया। राज्य सरकार की योजना के तहत सरकारी कार्यालयों में पांच मिनट का योग ब्रेक शुरू किया गया है। इसके अलावा 100 नए योग केंद्र और शैक्षणिक संस्थाओं में योग पाठ्यक्रम की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने कहा कि योग को सिर्फ 21 जून तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि इसे जीवन का हिस्सा बनाना होगा।

मर्यादा, प्रस्फूर्ति और अनुशासन: ब्रह्मा सरोवर की गरिमा
सुबह ठंडी रोशनी में ब्रह्मा सरोवर की पवित्रता के बीच योगाभ्यास ने आध्यात्मिक ऊर्जा को जगाया। 64 सेक्टरों में विभाजित इस आयोजन में बच्चे, महिलाएं, सैनिक, पुलिसकर्मी और योग साधक एक साथ जुड़े—जो स्वस्थ भारत और स्वस्थ जीवन की शुरुआत का प्रतीक रहा।

राष्ट्रीय-वैश्विक संदर्भ: PM मोदी का विजाग समर्थन
इस अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विजाग से “योग संगम” अभियान के तहत देशव्यापी कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। इस प्रकार कुरुक्षेत्र का आयोजन न सिर्फ राज्य स्तर का, बल्कि राष्ट्रीय व वैश्विक स्तर पर भी गर्व का विषय बना ।

भविष्य के संकेत: शोध, शिक्षा और समुदाय
सैनी ने योग लेखन प्रोत्साहन योजना और विश्वविद्यालयों में योग पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की ताकि योग को न केवल अभ्यास बल्कि अध्ययन का विषय भी बनाया जा सके। उन्होंने श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय ध्यान केंद्र का भवन निर्माण करने की भी घोषणा की ।

नशा मुक्त संदेश और सामाजिक परिवर्तन
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्ययुगल कार्यक्रम स्वास्थ्य-समाज-राजनीति को जोड़ रहे हैं। “योग युक्त, नशा मुक्त हरियाणा” अभियान ने नए संदेश दिया कि योग सिर्फ शरीर का स्वास्थ्य नहीं, बल्कि एक पूरे समाज को जोड़ने का माध्यम है ।

समाज का सहभाग और जागरूकता की लहर
शहर की स्कूलों, मंडलों, महाविद्यालयों और सामाजिक संस्थाओं में 500 से अधिक योग शिविर आयोजित किए गए। सरकारी व सामाजिक संस्थानों की यह व्यवस्था इस माहौल को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

निष्कर्ष: योग से जुड़ा भविष्य
कुरुक्षेत्र में हुए इस आयोजन ने योग को सिर्फ शारीरिक अभ्यस नहीं, बल्कि जीवन की रीति और नैतिकता से जोड़ दिया। मुख्यमंत्री सैनी और स्वामी रामदेव की संयुक्त पहल ने हरियाणा को स्वास्थ्य, समाज और संस्कृति के संगम का मॉडल बना दिया। इस पहल से संकेत मिलते हैं कि योग दिवस अब केवल एक दिन नहीं रह गया—यह देश का और विशेष रूप से हरियाणा राज्य का अभिन्न अंग बन चुका है।

इस बार का अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 सिर्फ एक आयोजन नहीं रहा, बल्कि यह एक आंदोलन बनकर सामने आया है—एक चेतना, एक दिशा और एक नए जीवन की ओर पहला कदम।