
अहमदाबाद, 12 जून 2025 (अद्यतन: शाम 5:10 IST)
भारत के हालिया इतिहास के सबसे भीषण हवाई हादसों में से एक में, एयर इंडिया का एक ड्रीमलाइनर विमान, जो लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर रहा था, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
शहर के पुलिस आयुक्त द्वारा की गई पुष्टि के अनुसार, इस हादसे में कोई भी यात्री जीवित नहीं बचा।
मेघाणी नगर में तबाही
विमान AI-171 टेकऑफ के कुछ पलों के बाद शहर के घनी आबादी वाले इलाके में मेघाणी नगर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। चश्मदीदों का कहना है कि जबर्दस्त विस्फोट हुआ और पूरा इलाका आग के गोले में बदल गया। बताया जा रहा है कि विमान एक मेडिकल हॉस्टल से टकराया था, जिसके बाद यह भीषण आग लगी।
तुरंत असर
इस विमान पर कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य थे।
अब तक घटनास्थल से लगभग 30 शव बरामद किए जा चुके हैं, लेकिन मलबे और जारी आग के कारण राहत कार्य बाधित हो रहा है।
जमीन पर भी आम लोगों के हताहत होने की आशंका है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस कमिश्नर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा –
“हादसे की तीव्रता, मलबे की स्थिति और बचाव अभियान को देखकर, हमारे पास यह मानने का कोई कारण नहीं है कि कोई यात्री या क्रू जीवित बचा होगा।”
दमकल कर्मी, एनडीआरएफ, मेडिकल टीम और सेना की टुकड़ियां मौके पर जुटी हुई हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है।
जांच शुरू
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और एयर इंडिया ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। बोइंग कंपनी, जिसने यह विमान बनाया था, ने हादसे पर शोक जताया है और जांच में पूरी तकनीकी सहायता देने की बात कही है।
यह पहली बार है जब किसी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की जानलेवा दुर्घटना दुनिया में घटी है। इसके अलावा, यह भारत की सबसे बड़ी विमान दुर्घटना साबित होने वाली है, जो 2020 के कोझिकोड हादसे के बाद हुई है।
वैश्विक प्रतिक्रियाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा –
“यह अपार दुख का क्षण है। राष्ट्र इस त्रासदी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है। मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं।”
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीयर स्टार्मर ने भी प्रतिक्रिया दी –
“यह हम सभी के लिए एक अंधकारमय दिन है। हम भारतीय प्रशासन के साथ समन्वय में हैं।”
प्रमुख जानकारी
इस फ्लाइट में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे। हालांकि, उनकी स्थिति को लेकर अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
विमान को कप्तान सुमीत सबरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर उड़ा रहे थे, दोनों को दशकों का अनुभव था।
इस आपदा ने सिर्फ एक तकनीकी गड़बड़ी नहीं, एक अपर्याप्त नुकसान है सैकड़ों परिवारों का। पूरे देश की निगाहें अब इतनी हैं कि आखिर ऐसे इस दर्दनाक व्यापार के पीछे सच्ची वजह क्या रही होगी, और क्या इसे भविष्य में रोका जा सकता था।