
गुजरात में विसावदर उपचुनाव की जीत का जश्न मना रही आम आदमी पार्टी (AAP) को एक बड़ा सियासी झटका लगा है। बोटाद से AAP विधायक उमेश मकवाना ने पार्टी के भीतर अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
उमेश मकवाना AAP के भीतर राष्ट्रीय संयुक्त सचिव और पार्टी सचेतक जैसे अहम पदों पर थे। अपने इस्तीफे की जानकारी उन्होंने एक लेटर के ज़रिए दी, जिसमें लिखा है, “मेरी सामाजिक सेवाएं सीमित हो रही हैं। मैं अब आम आदमी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देता हूं, लेकिन एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी से जुड़ा रहूंगा।”
पार्टी से नाराजगी बनी वजह?
पार्टी सूत्रों का कहना है कि मकवाना काफी समय से पार्टी नेतृत्व से असंतुष्ट थे। न वे विधायकों की कॉल्स उठाते थे और न ही पार्टी के कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे थे। पहले भी उनके इस्तीफे की चर्चा कई बार हुई, लेकिन तब उन्होंने उसे सिर्फ अफवाह बताया था। इस बार, उन्होंने आधिकारिक तौर पर पार्टी पदों से किनारा कर लिया है।
लोकसभा चुनाव हारने के बाद बदले समीकरण
उमेश मकवाना ने 2022 में बोटाद विधानसभा सीट से भाजपा और कांग्रेस के दिग्गजों को हराकर भारी जीत दर्ज की थी। इसी प्रदर्शन के दम पर पार्टी ने उन्हें 2024 लोकसभा चुनाव में भावनगर सीट से टिकट दिया, लेकिन वे चुनाव हार गए। कहा जा रहा है कि इसके बाद उनके और पार्टी नेतृत्व के बीच तनाव बढ़ गया था।
फिलहाल उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है और स्पष्ट किया है कि वे AAP में केवल एक साधारण कार्यकर्ता की भूमिका निभाएंगे।