
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की रक्षा मंत्रियों की बैठक में आतंकवाद को लेकर भारत का सख्त रुख दोहराया और पाकिस्तान को कड़े शब्दों में घेरा। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख कर दुनिया को संदेश दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा।
बैठक में जब राजनाथ सिंह बोल रहे थे, तब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भी मौजूद थे। राजनाथ सिंह ने कहा कि कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को नीति के औजार के रूप में इस्तेमाल करते हैं और आतंकवादियों को पनाह देते हैं, जो किसी भी सभ्य समाज के लिए अस्वीकार्य है।
भारत का कड़ा संदेश — आतंकवाद पर ‘नो टॉलरेंस’
राजनाथ सिंह ने कहा:
“भारत आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है। हमने यह साबित किया है कि अब आतंकियों के ठिकाने भी सुरक्षित नहीं हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ अपने बचाव के अधिकार का पूरा प्रयोग करेंगे।”
ऑपरेशन सिंदूर’ की चीन में गूंज
राजनाथ सिंह ने भारत द्वारा हाल ही में चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भी ज़िक्र किया, जो 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किया गया था। उन्होंने बताया कि इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली थी।
उन्होंने कहा:
“भारत ने 7 मई, 2025 को ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और यह संदेश दिया कि हम ऐसे हमलों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
एससीओ से की अपील — दोहरे मापदंड न अपनाएं
राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में SCO को एकजुट होना होगा और दोहरे मानदंडों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि
“जहां आतंकवाद और विनाशकारी हथियार आतंकवादी संगठनों के हाथ में हों, वहां शांति और समृद्धि संभव नहीं। हमें मिलकर decisive action लेना होगा।”