चिनाब रेल ब्रिज पर ऐतिहासिक योग सत्र, 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर रियासी में दिखा उत्साह

  • June 21, 2025
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रियासी, जम्मू-कश्मीर:
11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर रियासी जिले ने इतिहास रच दिया, जब दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चिनाब रेल ब्रिज पर भव्य योग सत्र का आयोजन किया गया। इस अद्वितीय कार्यक्रम में नागरिक प्रशासन, उत्तर रेलवे, सीआरपीएफ, स्थानीय निवासी और अनेक योग प्रेमियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

शांत और सुरम्य चिनाब घाटी के बीच आयोजित इस विशेष योग सत्र में प्रतिभागियों ने विभिन्न योगासन किए। इस आयोजन ने न केवल पर्यावरण और मन की शांति का संदेश दिया, बल्कि दुनिया को यह दिखाया कि भारत किस तरह से योग को हर क्षेत्र में आत्मसात कर रहा है।

चिनाब ब्रिज: आधुनिक भारत की इंजीनियरिंग का चमत्कार

9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिनाब नदी पर स्थित इस भव्य ब्रिज का उद्घाटन किया था। यह ब्रिज समुद्र तल से 359 मीटर ऊपर और कुल 1,315 मीटर लंबा है। स्टील आर्च से बना यह पुल भूकंप और तीव्र हवाओं को झेलने की क्षमता रखता है।

यह पुल अब जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क को सशक्त करेगा और इतिहास में पहली बार कश्मीर घाटी को रेल नेटवर्क से शेष भारत से जोड़ने का कार्य करेगा।


योग दिवस 2025 की थीम: एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य

इस वर्ष के योग दिवस की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” रखी गई है, जो “सर्वे सन्तु निरामयाः” की भारतीय भावना को वैश्विक मंच पर प्रतिबिंबित करती है। यह विषय केवल शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि मानसिक, सामाजिक और पर्यावरणीय संतुलन को भी दर्शाता है।


विशाखापत्तनम में प्रधानमंत्री मोदी ने किया नेतृत्व

विशाखापत्तनम के भव्य समुद्र तट पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारों लोगों के साथ योग कर इस अभियान का नेतृत्व किया। कार्यक्रम में भारतीय नौसेना, मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, और आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा:

“योग सीमाओं से परे एक ऐसा उपहार है जो पूरी मानवता को शांति, स्वास्थ्य और एकता के सूत्र में बांधता है।”
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारत द्वारा 2014 में योग दिवस प्रस्ताव का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे रिकॉर्ड समय में 170+ देशों ने इस पहल को समर्थन दिया।