चारधाम यात्रा पर कोरोना का साया? उत्तराखंड में आए कोरोना के दो मामले

  • May 24, 2025
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COVID 19

Uttarakhand News: उत्तराखंड में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण की आहट सुनाई देने लगी है राज्य में कोविड-19 के दो नए मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है, खास तौर पर चारधाम यात्रा को लेकर चिंता बढ़ गई है, क्योंकि हर साल लाखों श्रद्धालु देशभर से उत्तराखंड पहुंचते हैं, ऐसे में संक्रमण फैलने की चिंता बढ़ जाता है,

उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, हाल ही में देहरादून और नैनीताल जिलों में दो मरीजों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है इन दोनों मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है राज्य के अस्पतालों में पहले से ही कोविड प्रोटोकॉल को दोबारा लागू करने की संभावना बाद गई है.

उत्तराखंड स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि देश में अब तक लगभग कोरोना संक्रमण के कुल 277 मामले सामने आ चुके हैं. ये मामले तमिलनाडु, महाराष्ट्र और केरल में देखे गए हैं. उत्तराखंड में अभी कोई एक्टिव केस नहीं है, लेकिन अन्य राज्यों से आए दो मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है.

फिलहाल यात्रा प्रभावित नहीं हुई है

राज्य सरकार ने जिलों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने स्तर पर कोविड जांच और चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा करें. इसके साथ ही चारधाम यात्रा मार्गों पर मौजूद स्वास्थ्य केंद्रों को भी सक्रिय किया जा रहा है. आने वाले दिनों में यदि संक्रमण के मामले बढ़ते हैं तो यात्रा को लेकर नई गाइडलाइन जारी की जा सकती है. इन मामलों के सामने आने के बाद फिलहाल यात्रा प्रभावित नहीं हुई है ओर न यात्रा प्रभावित होने की कोई संभावना है, स्वास्थ्य विभाग में सभी से एहतियात बरतने की अपील की है.

कोविड के पुराने नियमों का पालन करें- स्वास्थ्य विभाग

स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे कोविड के पुराने नियमों का पालन करें, जैसे कि मास्क पहनना हाथ धोना और सामाजिक दूरी बनाए रखना. इसके साथ ही जो लोग चारधाम यात्रा की योजना बना रहे हैं, उन्हें अपनी स्वास्थ्य जांच पहले से करवा लेनी चाहिए और भीड़भाड़ से बचना चाहिए. कुल मिलाकर, चारधाम यात्रा 2025 से पहले कोरोना के ये नए मामले राज्य प्रशासन के लिए एक चेतावनी के रूप में देखे जा रहे हैं. अब यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में सरकार और स्वास्थ्य विभाग मिलकर किस तरह से इस चुनौती का सामना करते हैं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं.