
वॉशिंगटन/तेहरान/यरुशलम:
ईरान और इजराइल के बीच कुछ ही घंटे पहले हुए संघर्षविराम को लेकर अब नई जंग शुरू हो गई है — वो भी बयानबाजी की। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल को कड़ी चेतावनी दी है कि अगर उसने सीजफायर का उल्लंघन किया तो परिणाम गंभीर होंगे।
क्या हुआ था?
मंगलवार सुबह डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान और इजराइल के बीच युद्धविराम की घोषणा की। दोनों पक्षों की सहमति के बाद दुनिया को उम्मीद जगी कि तनाव अब थमेगा। लेकिन कुछ ही घंटों में ट्रंप गुस्से से भड़क उठे।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर इजराइल को खुली चेतावनी दी:
“इजराइल, बम मत गिराओ! अगर ऐसा किया तो ये सीजफायर का बड़ा उल्लंघन होगा। अपने पायलटों को वापस बुलाओ — अभी!”
क्या था ट्रंप का गुस्से की वजह?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीजफायर के कुछ ही देर बाद इजरायली सेना ने दावा किया कि ईरान ने फिर से मिसाइल दागी, और इसके जवाब में उन्होंने कड़ी कार्रवाई की बात कही।
ट्रंप को यह बात रास नहीं आई। उन्होंने इसे अपने मध्यस्थता प्रयासों का अपमान माना और तुरंत इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन करके कड़ी बात कही। सूत्रों के अनुसार, ट्रंप ने बेहद सख्त लहजे में चेतावनी दी।
“सभी विमान वापस लौट रहे हैं” – ट्रंप
कुछ देर बाद ट्रंप ने एक और पोस्ट में यह साफ कर दिया कि:
“इजराइल ईरान पर हमला नहीं कर रहा है। सभी विमान वापस लौट रहे हैं। ईरान के ऊपर केवल ‘दोस्ताना चक्कर’ लगे थे। कोई नुकसान नहीं हुआ है। सीजफायर अब भी कायम है।”
उन्होंने इजराइल को धन्यवाद भी दिया कि उसने संयम बरतने का फैसला लिया।
ईरान पर भी नाराज दिखे ट्रंप
ट्रंप ने ये भी सवाल उठाया कि जब संघर्षविराम लागू हो चुका था, तो ईरान ने मिसाइल क्यों दागीं? उनका कहना था कि दोनों पक्षों को शांति का सम्मान करना चाहिए।
बाद में ट्रंप ने एक और तीखा संदेश दिया:
“ईरान अब कभी भी अपने परमाणु केंद्र फिर से तैयार नहीं कर पाएगा।”