सीजफायर के बाद घाटी में जनजीवन सामान्य, रियासी में खुले स्कूल, सड़कों और बाजारों में सन्नाटा खत्म

  • May 13, 2025
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Jammu and Kashmir

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद जम्मू और कश्मीर के रियासी (Riyasi) में जीवन सामान्य हो गया है. मंगलवार की सुबह बच्चे स्कूल जाते हुए दिखाई दिए. इसके साथ ही सड़कों और बाजारों में भी लोगों की भीड़ दिखाई दी.

लोगों में अब भी खौफ
हालांकि, सांबा जिले के एक सीमावर्ती गांव के स्थानीय निवासियों में पाकिस्तानी सेना के प्रति भय व्याप्त है, क्योंकि सोमवार रात को विस्फोटों की आवाज सुनी गई और एक घर में छर्रे लगे. पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण प्रभावित घर की छत और रसोईघर क्षतिग्रस्त हो गए हैं .

स्थानीय निवासी दलबीर सिंह ने बताया कि पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण लगातार भय बना हुआ है .”कल रात हमें कुछ पता नहीं था, लेकिन हमने शोर सुना. सुबह हमने देखा कि यह हुआ है. हालांकि, ज़्यादा नुकसान नहीं हुआ है. जब विस्फोट हुआ तो हम सब घर पर थे. बाद में पुलिस आई और स्थिति का जायजा लिया. डर का माहौल है.”

एक अन्य स्थानीय व्यक्ति कृष्ण चंद ने बताया कि जब विस्फोट हुआ तब वह बाहर बैठे थे. उन्होंने कहा, “कल रात हमें कुछ पता नहीं था, लेकिन हमने शोर सुना. सुबह हमने देखा कि यह घटना हुई है. हालांकि, ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. विस्फोट के समय हम सभी घर पर थे. बाद में पुलिस आई और स्थिति का जायजा लिया. वहां डर का माहौल है.”

सांबा में ड्रोन हमले हुए
एक अन्य सीमावर्ती गांव के स्थानीय निवासी प्रखर सिंह ने कहा, “जब ड्रोन से गोलीबारी हुई, तो मैं अपने बच्चों को शांत करने की कोशिश कर रहा था. पाकिस्तान मानने को तैयार नहीं है.” सोमवार शाम को सांबा में ब्लैकआउट के बीच भारतीय वायु रक्षा बलों ने पाकिस्तानी ड्रोनों को रोका, जिसके बाद लाल धारियां देखी गईं और विस्फोटों की आवाज़ सुनी गई. सेना के सूत्रों ने बताया कि सांबा सेक्टर में कुछ संख्या में ड्रोन आए थे, जिन पर हमला किया जा रहा है. सेना के सूत्रों ने बताया कि तुलनात्मक रूप से सांबा सेक्टर में बहुत कम संख्या में ड्रोन आए हैं और उन पर कार्रवाई की जा रही है. इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है.