
किंगदाओ/नई दिल्ली:
SCO समिट 2025 से भारत के लिए एक बड़ी और राहतभरी खबर सामने आई है। करीब छह साल बाद भारत और चीन के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर फिर से बातचीत का रास्ता खुल गया है। इस अहम मुद्दे पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और चीन के रक्षा मंत्री एडमिरल डॉन जून के बीच सकारात्मक चर्चा हुई है।
राजनाथ सिंह ने चीन के किंगदाओ शहर में आयोजित SCO रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए कहा,
“किंगदाओ में SCO बैठक के दौरान चीन के रक्षामंत्री एडमिरल डॉन जून से द्विपक्षीय संबंधों को लेकर रचनात्मक और दूरदर्शी बातचीत हुई। छह वर्षों के अंतराल के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा की पुनः शुरुआत पर खुशी है।”
यह यात्रा कोविड-19 और सीमा तनाव के चलते 2019 से बंद थी। अब इसके फिर से शुरू होने की संभावना से लाखों श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी।
रूस और बेलारूस से भी हुई चर्चा
राजनाथ सिंह ने रूस और बेलारूस के रक्षा मंत्रियों से भी द्विपक्षीय बैठकें कीं। उन्होंने रूसी रक्षामंत्री आंद्रेई बेलौसोव से मुलाकात कर दीर्घकालिक और व्यापक रक्षा सहयोग को लेकर चर्चा की। इसी तरह, बेलारूस के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल विक्टर ख्रेनिन से भी क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों और सहयोग बढ़ाने पर बात हुई।
राजनाथ सिंह ने अपने पोस्ट में लिखा:
“बेलारूस के रक्षा मंत्री विक्टर ख्रेनिन के साथ चिंगदाओ में अच्छी बातचीत हुई। क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग को लेकर विचार साझा किए।”
भारत और रूस के बीच रक्षा सहयोग IRIGC-M&MTC (India-Russia Inter-Governmental Commission on Military & Military-Technical Cooperation) के तहत दशकों से मजबूत बना हुआ है, और दोनों देशों ने इसे और गहरा करने के संकेत दिए हैं।