रामपुर कोर्ट में मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ वाद दर्ज – जानें पूरी खबर

  • December 3, 2024
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फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ रामपुर कोर्ट में वाद दर्ज, वादी ने फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती पर लगाया भड़काऊ भाषण देने का आरोप। रामपुर कोर्ट में 3 दिसंबर को होगी इस मामले की सुनवाई। फिल्म अभिनेता और राज्यसभा के सांसद रहे मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ रामपुर न्यायालय में एक वाद दर्ज किया गया है ।

जिसमें वादी पक्ष ने उन पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया है इस मामले में वादी रेहान खान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान फ़िल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने भड़काऊ भाषण दिया और उस कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह सहित कई भाजपा के दिग्गज नेता मौजूद थे इस भड़काऊ भाषण से हिंदुस्तान का माहौल बिगड़ सकता है हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल हमारा हिंदुस्तान हैं। इस तरह के बयान कहीं ना कहीं लोगों की भावनाओं को आहत करते हैं और एक फ़िल्म अभिनेता को इस तरह का बयान देना अशोभनीय व् निंदनीय है क्योंकि एक कलाकार को हर वर्ग विशेष का व्यक्ति अपना आदर्श मानता हैं। बरहाल कोर्ट ने वाद दर्ज कर लिया हैं और इस मामले में 3 दिसंबर की तारीख नियुक्त की गई है।

3 दिसंबर को इस मामले में कोर्ट सुनवाई करेगा। इस मामले पर अधिवक्ता मोहम्मद रेहान खान ने बताया, 1 नवंबर 2024 को फिल्म एक्टर सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती एक भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रम में जिसमें माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी भी मौजूद हैं उनकी मौजूदगी में मिथुन चक्रवर्ती ने एक बहुत ही भड़काऊ और बहुत ही जहरीला भाषण दे रहे हैं जिसमें हिंदू मुस्लिम दंगे फसाद होने की पूर्ण आशंका है। जब मैंने यह बयान देखा तो मुझे बहुत बुरा लगा और यह बयान ऐसा है कभी भी दो वर्गों में विवाद पैदा करेगा नफरत पैदा करेगा और ऐसे बड़े लोग जो पहचान वाले लोग हैं इन्हीं के बयानों से दंगे फसाद होते हैं और इस वक्त देश में कोने-कोने में क्या हालात है ?

नफरत के कारण ही दंगे फसाद हो रहे हैं और जो संभल का मामला है वह भी इसी के तरीके से एक उदाहरण है। मैं सबसे पहले थाने और एसपी साहब को दरखास्त की जब मेरा मुकदमा नहीं लिखा गया तो फिर मैंने माननीय न्यायालय में एक केस फाइल किया जिसमें मैं वादी हूं। अब न्यायालय ने इसमें 03/12 लगाई है मामला दर्ज हो गया है कोर्ट ने तलब कर लिया है और हम गवाही देंगे न्यायालय में, और मेरा यह भी कहना है इनके करोड़ों फॉलवर्स हैं ।

कुछ युवा इनको आदर्श भी मानते हैं और यह खुद राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं वह एक संवैधानिक पद है संवैधानिक पद पर रहा हुआ व्यक्ति और हमारे अमित शाह जी भी गृहमंत्री जी हैं। वह भी संवैधानिक पद पर है उनकी मौजूदगी में उनकी गरिमा का भी ख्याल नहीं रखा गया ऐसा भड़काऊ भाषण देना जिससे हिंदू मुस्लिम दंगे फसाद हो और यह एक तरह से देशद्रोह की परिभाषा में आता है। भारतीय न्याय संहिता का जो नया कानून लागू हुआ है उसके तहत यह बहुत संगीन अपराध है यही लोग ही उकसाने के जिम्मेदार होते हैं इन्हीं के कारण दंगा फसाद होता है लॉ एंड ऑर्डर को यही लोग चुनौती देते हैं।

रिपोर्ट : साजिद खान