
Condition on Punjab Border Districts: भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष रुकने के बाद पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में सोमवार (12 मई) को हालात सामान्य रहे. बाजारों में लोगों की भीड़-भाड़ भी देखने को मिली. हालांकि, एहतियात के तौर पर कुछ जिलों में स्कूल बंद रखे गए हैं.
चार दिन तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद शनिवार (10 मई) की शाम भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल प्रभाव से सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी. पंजाब के बॉर्डर जिलों के जिला अधिकारियों ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और सीमावर्ती जिलों में ‘ब्लैकआउट’ नहीं किया गया है. हालांकि, लोगों से किसी भी अफवाह पर भरोसा न करने और शांति बनाए रखने का आग्रह किया जा रहा है.
स्कूल-कॉलेज एहतियातन बंद
पाकिस्तान की सीमा से सटे फिरोजपुर, फाजिल्का, पठानकोट, अमृतसर, तरनतारन और गुरदासपुर जिलों में स्कूल सोमवार को बंद रहे. पठानकोट और गुरदासपुर में कॉलेज और विश्वविद्यालय भी बंद रहे. हालांकि, गुरदासपुर में अधिकारियों ने बताया कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज ऑनलाइन क्लासेस शुरू कर सकते हैं.
‘भारत की ओर नजर नहीं उठाएगा पाकिस्तान’
सोमवार (12 मई) को बाजारों में हमेशा की तरह चहल-पहल रही और लोग पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई की सराहना भी कर रहे हैं. पठानकोट में एक किराना दुकान के मालिक ने कहा, ‘‘भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाया है और उसने पड़ोसी देश को एक कड़ा संदेश भी दिया. अब पाकिस्तान हमारे देश की तरफ नजर उठाने तक की हिम्मत नहीं करेगा.’’
अपने-अपने गांव वापस आ रहे लोग
सीमावर्ती जिलों में से एक पठानकोट में पाकिस्तान की तरफ से कई ड्रोन हमले किए गए थे जिन्हें भारतीय सुरक्षाबलों ने विफल कर दिया था. फिरोजपुर में सुरक्षित स्थानों पर चले गए ग्रामीण अपने गांवों में लौट रहे हैं. सीमा के पास गांव ‘जल्लो के’ के निवासी दलेर सिंह ने कहा कि आस-पास के इलाकों के अधिकांश निवासी अपना घर-बार छोड़कर चले गए थे. उनमें से अधिकांश वापस आ गए हैं, लेकिन वे सजग हैं. कुल मिलाकर, जीवन सामान्य है और हम अपने खेतों में वापस जा रहे हैं.’’
रेल सेवाएं भी बहाल
फिरोजपुर के एक निवासी ने कहा, ‘‘स्थिति अब सामान्य है. हमें उम्मीद है कि अब हमले नहीं होंगे और शांति बनी रहेगी.’’ वहीं, अधिकारियों ने कहा कि दोनों देशों में सहमति बनने के बाद आंशिक रूप से रद्द की गईं रेल सेवाओं को बहाल कर दिया गया हे. बता दें, 23 रेल सेवाएं रद्द की गई थीं, आठ ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द की गईं और तीन का समय बदला गया था.
इसके अलावा, अधिकारियों ने रविवार (11 मई) की शाम को फिरोजपुर, गुरदासपुर, पठानकोट और मोगा में लोगों को स्वेच्छा से अपने घरों की लाइटें बंद करने और अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है.