
मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वेव्स शिखर सम्मेलन में भारत की ऑरेंज इकोनॉमी के उदय पर जोर दिया, जो मुख्य रूप से कंटेंट, क्रिएटिविटी, और संस्कृति से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे भारतीय फिल्में और ओटीटी प्लेटफॉर्म वैश्विक हो रहे हैं, भारत का क्रिएटिव उद्योग दुनिया में अग्रणी बनने के लिए तैयार है।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर युवा रचनाकारों को प्रेरित करते हुए कहा कि ऑरेंज इकोनॉमी के इस बदलाव का हिस्सा बनें और स्किल इंडिया और एवीजीसी नीतियों का लाभ उठाकर नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दी जा रही सहायता के माध्यम से एक संपन्न पारिस्थितिकी तंत्र सुनिश्चित किया जा रहा है, जिससे भारत के रचनात्मक उद्योग को वैश्विक मंच पर अपने योगदान को बढ़ाने का मौका मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि भारतीय फिल्म और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में वैश्विक स्तर पर तेजी से विस्तार हो रहा है। भारत के कंटेंट उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने विभिन्न नीतियों और पहल की शुरुआत की है, जिनमें स्किल इंडिया, एवीजीसी (एनीमेशन, विज़ुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स) नीतियां शामिल हैं, जो नवाचार और कौशल में वृद्धि करने का उद्देश्य रखती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भारतीय रचनात्मक उद्योग वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाए, और भारतीय युवा इस दिशा में सक्रिय रूप से भागीदार बने।”
उन्होंने WAVES शिखर सम्मेलन को इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मंच बताया, जहां वैश्विक रचनाकारों को एक साथ लाकर भारत के रचनात्मक उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का अवसर मिलेगा।
नवीनता, रचनात्मकता, और सहयोग के इन सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को प्रेरित किया कि वे इस क्रिएटिव लहर का हिस्सा बनें और भारतीय ऑरेंज इकोनॉमी के लिए अपना योगदान दें।