जल शक्ति मंत्रालय ने 2025 तक जल जीवन मिशन (JJM) और स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (SBM-G) के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को पूरा करने का लक्ष्य रखा है, क्योंकि 2024 तक सभी ग्रामीण घरों में नल जल कनेक्शन देने का निर्धारित लक्ष्य पूरा नहीं हो सका। मंत्रालय अब 2025 तक इन दोनों मिशनों के लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में काम कर रहा है। इसके तहत जल जीवन मिशन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर में नल से जल की आपूर्ति सुनिश्चित करना है, जबकि स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत खुले में शौचमुक्त (ODF) ग्रामों की संख्या में वृद्धि करना और स्वच्छता को बढ़ावा देना है।
इस समय तक जल जीवन मिशन के तहत कुल 19.36 करोड़ ग्रामीण घरों में से 15.37 करोड़ घरों को नल जल कनेक्शन मिल चुके हैं, जबकि करीब चार करोड़ घरों अभी भी इस सुविधा से वंचित हैं। मंत्रालय के अधिकारियों का मानना है कि 2025 तक यह लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा, इसके लिए राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ निरंतर समन्वय किया जा रहा है।
मंत्रालय ने साथ ही स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत ओपन डिफेकेशन फ्री (ODF) प्लस की स्थिति हासिल करने की दिशा में भी कदम बढ़ाए हैं। ODF प्लस का मतलब है, केवल खुले में शौच से मुक्ति नहीं, बल्कि पूरी तरह से स्वच्छता के मानकों को बनाए रखना।
इसके अलावा, नमामी गंगे कार्यक्रम के तहत गंगा और अन्य प्रमुख नदियों की पारिस्थितिकी की पुनर्स्थापना भी मंत्रालय की प्राथमिकताओं में शामिल है। जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने इस बात पर जोर दिया कि मंत्रालय राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर उन क्षेत्रों में तेजी से काम कर रहा है, जहां जल कनेक्शन का काम धीमा है, ताकि 2025 तक पूर्ण कवरेज हासिल किया जा सके।
मंत्रालय की योजना है कि आने वाले महीनों में जल जीवन मिशन के तहत जल कनेक्शन में तेजी लाई जाए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट को दूर किया जा सके और लोगों को स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके।